ज्ञानं परमं बलम्

KNOWLEDGE IS POWER KEEP IT IN MIND

Sunday 29 August 2021

SMILE कार्यक्रम के अंतर्गत महत्वपूर्ण प्रश्नों का संकलन

कक्षा 12 राजनीती विज्ञान अध्याय एक से तीन तक ( राजनीती विज्ञान )भाग 3

1.   भारतीय जनता पार्टी की स्थापना किस वर्ष की गई

2.   आजादी के समय विकास के कौन से दो मॉडल भारत के सामने थे

3.   यूरोप एवं संयुक्त राज्य अमेरिका में विकास का कौन सा मॉडल प्रचलित था

4.   सोशलिस्ट पार्टी में कम्युनिस्ट पार्टी वह नेहरू के विकास की किस मॉडल से वह प्रभावित थे

5.   सोवियत संघ ने विकास का कौन सा मॉडल अपनाया

6.   मुंबई प्लान क्या  था

7.   भारत में आजादी के बाद आर्थिक नियोजन हेतु कौन सी संस्था बनाई गई

8.   प्रथम पंचवर्षीय योजना में सबसे अधिक बल किस  पर दिया गया

9.   दूसरी पंचवर्षीय योजना की क्या कोशिश थी

10.      नियोजन के फल स्वरुप उत्पन्न मुख्य विवाद के बिंदु कौन से थे

11.      प्रथम पंचवर्षीय योजना किस मॉडल पर आधारित थी


SMILE कार्यक्रम के अंतर्गत महत्वपूर्ण प्रश्नों का संकलन

 कक्षा 12 राजनीती विज्ञान अध्याय एक से तीन तक ( राजनीती विज्ञान )भाग 2

 

1.    द्वि राष्ट्र सिद्धांत क्या है

2.    सीमांत गांधी के नाम से किसे जाना जाता है

3.    देसी रियासतों को भारत में मिलाने में किस नेता ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई

4.    भारत के किस राज्य में सबसे पहले सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार सिद्धांत को अपनाकर चुनाव हुए

5.    भारत की आजादी के समय भारत के एकीकरण के दौरान रजाकारों की समस्या किस रियासत में थी

6.    भाषाई आधार पर भारत का पहला राज्य कौन सा बना

7.    सन 2000 में भारत में कौन से तीन नए राज्यों का गठन हुआ

8.    फिल्म गरम हवा पर टिप्पणी लिखिए

9.    भारत में शासन की कौन सी प्रणाली अपनाई गई है

10.  स्वतंत्र भारत के प्रथम मुख्य चुनाव आयुक्त कौन थे

11.  भारत में संविधान कब लागू हुआ

12.  स्वतंत्र भारत में बने पहले मंत्रिमंडल में शिक्षा मंत्री कौन बने

13.  भारत में प्रथम आम चुनाव या लोकसभा चुनाव कब हुए

14.  आजादी के बाद पहले 3 चुनाव में भारत में किस राजनीतिक दल का प्रभुत्व था

15.  1952 के आम चुनाव में दूसरे नंबर पर रहने वाली राजनीतिक पार्टी कौन सी थी

16.  1952 में आम चुनाव में कांग्रेस पार्टी को कुल कितनी सीटें जीती गई

17.  प्रथम आम चुनाव संपन्न करवाने के लिए चुनाव आयोग के समक्ष आई कोई दो समस्याएं लिखिए

18.  वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी की जड़ें आजादी के समय किस दल में है

19.  स्वतंत्र पार्टी के संस्थापक कौन थे

20.  प्रथम आम चुनाव के बाद कौन-कौन से विपक्षी दल थे भारत में

SMILE कार्यक्रम के अंतर्गत महत्वपूर्ण प्रश्नों का संकलन

 कक्षा 12 राजनीती विज्ञान अध्याय एक से तीन तक ( राजनीती विज्ञान )

1.    राष्ट्र निर्माण की तीन चुनौतियां कौन-कौन सी है

2.    पूर्वी बंगाल के नाम से किस देश को जाना जाता था

3.    अहिंसा और सत्याग्रह के सिद्धांत किसने दिए

4.    देश की आजादी के समय भारत में रजवाड़ों की संख्या कितनी थी

5.    Instrument of एक्सेसन  क्या है



Tuesday 26 November 2019

संविधान दिवस

26 नवम्बर को संविधान दिवस   पर एक ज्ञानवर्धक लेख: आप सभी को पढ़ना और सेव करना चाहिए■■

【वर्ष 2015 को डॉ भीमराव अंबेडकर के जन्मोत्सव का 125 वां जन्मवर्ष था... उसके उपलक्ष ने प्रधानमंत्री महोदय ने मुंबई में "समानता की प्रतिमा" का उद्घाटन 11 अक्टूबर,2015 को किया.... इसी दिन 26 नवम्बर को संविधान दिवस मनाने की घोषणा की... इसकी अनुपालन में 19 नवम्बर, 2015 को राजपत्र में प्रकाशित कर, आधिकारिक रूप दे दिया गया... तब से प्रतिवर्ष 26 नवम्बर को भारत में संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। ध्यातव्य है कि 26 नवम्बर 1949 को भारत के संविधान को अंगीकृत किया गया था।।】

प्रिंटिंग प्रेस की सुविधा का अभाव था ऐसे में सम्पूर्ण संविधान को हाथ से लिखना था, तलास थी कुशल हस्तलेखक की.. नेहरू जी की यह तलास पूरी तब हुई जब उनकी भेंट प्रेम बिहारी नारायण रायजादा से हुई.. प्रेम बिहारी कुशल लेखक थे.. नेहरू जी ने उनसे कहा की संविधान लिखना हैं, इसके एवज में आप कितना मेहनताना लोगे? प्रेम बिहारी बोले कि "बस मैं इतना चाहता हूं कि संविधान के हर पेज पर मेरा नाम लिखा जाए और आखिरी पेज पर मेरे दादा जी के नाम को जगह दी जाए" नेहरू ये बात सुनकर बहुत खुश हुए। उन्होंने ऐसा करने की मंजूरी दे दी। 

रायज़ादा भी फौरन अपने काम में लग गए। उन्हें संविधान हॉल आवंटित कर दिया गया... जो बाद में संविधान क्लब नाम से जाना गया.. उन्होंने 6 महीनों में संविधान लिखने का काम पूरा किया। इस संविधान को लिखने में 254 दवात और 303 पेन का इस्तेमाल किया गया। संविधान की असली कॉपी पर रायज़ादा की निशानियां आज भी मौजूद हैं।[सलंग्न: प्रेम बिहारी जी की हस्तलिपि]

यह संविधान कुल 251 प्रेचमेट शीट पर लिखा गया... इन शीट का जीवन काल हज़ारों वर्ष होता हैं.. 24 जनवरी,1950 को संविधान सभा के सदस्यों द्वारा इस मेनुस्क्रिप्ट पर हस्ताक्षर किए गए...सर्वप्रथम हस्ताक्षर डॉ राजेन्द्र प्रसाद ने तथा अंतिम हस्ताक्षर फिरोज घेण्डी[बाद में गांधी] ने किए थे.. इस हस्ताक्षरित मेनुस्क्रिप्ट को देहरादून स्थित भारतीय सर्वेक्षण कार्यालय भेज दिया गया... ततपश्चात इसकी प्रतिलिपियाँ विभिन्न स्थानों पर भेजी गई..ततपश्चात देहरादून की मूल प्रति को ग्वालियर भेज दिया गया..

ध्यातव्य हैं कि यह मूल प्रति ग्वालियर स्थित सेंट्रल लाइब्रेरी में रखी गयी है। बात 1956 की है, जब देश के अलग अलग हिस्सों में संविधान की कुल 32 प्रतियां भेजी जा रही थीं, तब ग्वालियर मध्य प्रदेश के उन इकलौते शहरों में था, जहां इस मूल प्रति को भेजा गया। तब से लेकर आजतक संविधान की मूल प्रति यही रखी हुई हैं।यह मूल प्रति कई मायनों में ख़ास हैं। इसके आवरण पृष्ठ पर स्वर्ण अक्षर अंकित हैं। संविधान सभा के सदस्यों के मूल हस्ताक्षर भी इस प्रति में मौजूद हैं।

पंडित जवाहरलाल नेहरू की शान्ति निकेतन में सुविख्यात चित्रकार नन्द लाल बोस से मुलाक़ात हुई। नेहरू जी ने नन्द लाल बोस को संविधान की मूल प्रति पर चित्र बनाने के लिए आग्रह किया। 251 पेज के इस दस्तावेज के हर पेज पर तो चित्र बनाना सम्भव नहीं था, लिहाज  संविधान के प्रत्येक भाग के आरम्भ में एक चित्र बनाने का निर्णय बोस द्वारा  लिया गया। इस प्रकार कुल 22 भागों में 22 चित्र नन्द लाल बोस ने चित्रित किये। जिसके लिए बोस को 21000₹ मेहनताना भी दिया गया। 

ये सभी 22 चित्र न केवल भारत के इतिहास की विकास यात्रा को क्रमबद्ध दर्शाते हैं,बल्कि भारत के भूगोल को भी आंशिक रूप से दर्शाने का कार्य किया हैं। ये 22 चित्र इस प्रकार हैं-
१.घोड़ा,शेर,हाथी एवं बैल के चित्रों के साथ हड़प्पा लिपि को घेरे में लेकर मोहनजोदड़ो की सील;
२. वैदिक कालीन गुरुकल आश्रम का दृश्य;
३. लंका विजय के पश्चात राम लक्ष्मण तथा सीता पुष्पक विमान से लौटते हुए;[ भगवान राम के चित्र को लेकर संविधान सभा में विवाद भी उत्तपन्न हुआ, विवाद इस बात का था कि राम का चित्र है तो धर्मनिरपेक्षता की बात नहीं रहेगी, तब स्पष्ट करना पड़ा कि ये चित्र संविधान का हिस्सा नहीं हैं];
४. अर्जुन को गीता का उपदेश देते श्रीकृष्ण;
५. बुद्ध का जीवन और उनके शिष्य दर्शाए हैं;
६. महावीर का जीवन;
७.सम्राट अशोक द्वारा बौद्ध धर्म का प्रचार;
८.गुप्तकालीन कलायें तथा उनका क्रमिक विकास;
९. विक्रमादित्य का दरबार;
१०. प्राचीन विश्वविद्यालय नालंदा;
११. उड़ीसा की मूर्ति-स्थापत्य कला;
१२. नटराज की प्रतिमा;
१३.महाबलिपुरम की मूर्तियां-भगीरथ की तपस्या तथा गंगावतरण;
१४.मुगल स्थापत्यकला के साथ सम्राट अकबर;
१५. शिवाजी एवं गुरु गोविन्द सिंह का चित्र;
१६. ब्रिाटिश प्रतिरोध का उदय-टीपू सुल्तान तथा लक्ष्मी बाई;
१७.गांधी जी की दांडी यात्रा;
१८.नोआखली में महात्मा गांधी और दीन बन्धु सेंट एन्ड्रूज को शांति दूत के रूप में दर्शाया गया हैं;
१९. नेताजी सुभाषचन्द्र बोस को सल्यूट में दर्शाया गया हैं , तथा भारत के बाहर आजादी के लिए संघर्षरत देशभक्त के रूप में दर्शाया गया हैं;
२०.हिमालय के दृश्य;
२१.रेगिस्तान के दृश्य;
२२.भारतीय समुद्र का दृश्य शामिल किए गए हैं।

संविधान दिवस

Wednesday 20 November 2019

भारतीय संविधान की प्रस्तावना

"हम भारत के लोग, भारत को एक सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न, समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को:

सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त करने के लिए तथा उन सब में व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की और एकता अखंडता सुनिश्चित करनेवाली बंधुता बढ़ाने के लिए दृढ़ संकल्प हो कर अपनी इस संविधान सभा में आज तारीख 26 नवंबर, 1949 ई० "मिति मार्ग शीर्ष शुक्ल सप्तमी, संवत दो हज़ार छह विक्रमी) को एतद संविधान को अंगीकृत, अधिनियिमत और आत्मार्पित करते हैं."

*प्रस्तावना संविधान का सार है
* प्रस्तावना मे तीन प्रकार के न्याय और पाँच प्रकार की स्वतंत्रता का वर्णन है
* केशवानंद भारती वाद मे यह निर्णय दिया गया कि प्रस्तावना मे संशोधन संभव है
*प्रस्तावना जनता की सर्वोच्चता को इंगित करती है
*प्रस्तावना में एक बार 42 वे संविधान संसोधन द्वारा एक बार संसोधन भी किया जा चुका है।जिसके द्वारा इसमे 3 शब्द ,जोड़े गए

Tuesday 19 November 2019

स्वतंत्रता


  • नकारात्मक और सकारात्मक स्वतंत्रता का क्या अर्थ है 
  • स्वतंत्रता का सामान्य अर्थ बताइए 
  • समानता के प्रकार समझाते हुए ,राजनितिक समानता ,आर्थिक समानता ,सामाजिक समानता को उदाहरण देकर समझाइये 
  • स्वतंत्रता  के मार्ग में मुख्य बाधाये  क्या है 
  • किसने 3 प्राकृतिक अधिकार बताये है 
  • नागरिक स्वतंत्रता और राजनितिक स्वतंत्रता को उदाहरण देकर समझाइये
  • स्वतंत्रता के बारे में जे.एस. मिल के विचार संक्षेप में बताइए 

Saturday 16 November 2019

स्वतंत्रता और समानता

स्वतंत्रता 
स्वतंत्रता का अंग्रेजी पर्याय लिबर्टी शब्द अंग्रेजी भाषा के शब्द लाइबर liber से बना है जिसका अर्थ होता है बन्धनों का अभाव

स्वतंत्रता के लिए freedom (फ्रीडम )शब्द का भी प्रयोग किया जाता है
स्वंत्रता अधिकार का ही एक प्रकार है जो मानव के विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है
अर्थ ---सामान्य शब्दों में स्वतंत्रता मानव विकास के लिए आवश्यक दशा से सम्बन्धित है अर्थात व्यक्ति को अपनी अभिव्यक्ति प्रकट करने ,अपनी मर्जी अनुसार कार्य करने और वह सब कुछ करने की आजादी जो एक मनुष्य इच्छा करता है ,लेकिन मनुष्य पर कुछ युक्तियुक्त प्रतिवंध भी आवश्यक है नहीं तो एक की स्वतंत्रता दुसरे के लिए बाधा बन सकती है
होब्स के अनुसार "स्वतंत्रता का अभिप्राय निरोध व नियन्त्रण का सर्वथा अभाव है "

Friday 15 November 2019

राजनीती विज्ञान कक्षा 12 टोपिक -न्याय

अध्याय 1

न्याय महत्वपूर्ण प्रश्न

  • न्याय का सामान्य अर्थ क्या है
  • प्लेटो के न्याय की विस्तार से व्याख्या कीजिये
  • वितरणात्मक न्याय से आप क्या समझते है
  • यूनानी विचारको ने न्याय के किस रूप की व्याख्या की है 
  • संत थॉमस एक्विनास ने न्याय का क्या अर्थ बताया है 
  • उपयोगितावादी विचारक किसे न्याय मानते है 
  • रिपब्लिक में न्याय का अर्थ क्या बताया गया है 
  • सामाजिक और आर्थिक न्याय में क्या अंतर है 
  • आइडिया ऑफ़ जस्टिस पुस्तक किसने लिखी है 

अन्य प्रश्न अगले अंक में शुभ रात्रि ||||

सुचना

प्रिय विद्यार्थियों 
आज से कक्षा 12 के राजनीती विज्ञान के लिए नोट्स और प्रश्नों की श्रृंखला शुरू की जा रही है जो लगातार आपकी परीक्षा तक जारी रहेगी 

आपको हर सप्ताह विषय सामग्री देने का प्रयास रहेगा 
धन्यवाद ||

Wednesday 18 September 2019

uno summit 2019


संयुक्त राष्ट्र संघ की 74वीं महा सभा 17 सितंबर को न्यूयार्क स्थित यूएन मुख्यालय में उद्घाटित हुई। यूएन महासचिव एंटोनिओ गुटरेस और 74वीं महा सभा के अध्यक्ष तिज्जानी मोहम्मद ने जोर दिया कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को बहुपक्षीयवाद की सक्रिय रक्षा करनी चाहिए और एक साथ मानव जाति के सामने मौजूद मुसीबतों व चुनौतियों का निपटारा करना चाहिए।
उद्घाटन समारोह में गुटरेस ने कहा कि विश्व को प्रबल व कारगर बहुपक्षीय संस्था की जररूत है। अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को अंतर्राष्ट्रीय कानून के आधार पर बनाया जाना चाहिए। यूएन महा सभा एक खास व अनिवार्य मंच है। वार्तालाप व समझ को मजबूत करना देशों के बीच विश्वास में कमी को खत्म करने के लिए अति महत्वपूर्ण है।
गुटरेस ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ सरकारों के बीच एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन है, साथ ही उसे अन्य अंतर्राष्ट्रीय व क्षेत्रीय संगठनों के साथ सहयोग को प्रगाढ़ करना चाहिए। साथ ही इसे उद्यमों, समुदायों और अन्य पक्षों के साथ और घनिष्ट संबंध स्थापित करने की आवश्यकता है।
वर्तमान महा सभा की मुख्य थीम है बहुपक्षीय प्रयास से गरीबी उन्मूलन, श्रेष्ठ शिक्षा को आगे बढ़ाना, जलवायु परिवर्तन कार्यवाई और समावेश। महा सभा की आम बहस 24 सितंबर से शुरू होगी। मौके पर न्यूयार्क स्थित मुख्यालय में जलवायु परिवर्तन कार्यवाई शिखर सम्मेलन, अनवरत विकास के लक्ष्य संबंधी शिखर सम्मेलन आदि कई उच्च स्तरीय सम्मेलनों का आयोजन भी किया जाएगा।